ग़रीबी पर कहाणियां

ग़रीबी बुनियादी आवश्यकताओं

के अभाव की स्थिति है। कविता जब भी मानव मात्र के पक्ष में खड़ी होगी, उसकी बुनियादी आवश्यकताएँ और आकांक्षाएँ हमेशा कविता के केंद्र में होंगी। प्रस्तुत है ग़रीब और ग़रीबी पर संवाद रचती कविताओं का यह चयन।

कहाणी5

छोटी-सी’क चादरड़ी

मेहरचंद धामू

कितरा सांप?

माधव नागदा

बांझ

अरविन्द आसिया

बजंटी

शान्ति भारद्वाज