डिंगल पर सोरठा

सोरठा31

बोलै सांचा बोल

रायसिंह सांदू

रूठ असी दै रेस

रामनाथ कविया

सूमां रै घर सोय

रायसिंह सांदू

धव म्हारा रणधीर

रामनाथ कविया

कुटळ निपट नाकार

कृपाराम खिड़िया

भव तूं जाणै भेव

रामनाथ कविया

दुष्ट सहज समुदाय

कृपाराम खिड़िया

कीधोड़ा उपकार

कृपाराम खिड़िया

सुख में प्रीत सवाय

कृपाराम खिड़िया

रावण-जटायु

माधवदास दधवाड़िया

अजै धणी ऊजैण

रायसिंह सांदू

खरदुषण संहार

माधवदास दधवाड़िया

उद्दम करौ अनेक

कृपाराम खिड़िया

वीसळदे वाळीह

रायसिंह सांदू

रामत चौपड़ राज री

रामनाथ कविया

खाटी अपणी खाय

रायसिंह सांदू

नीति-मंजरी सोरठा

बांकीदास आशिया

अहळा जाय उपाय

कृपाराम खिड़िया

पति गंध्रप हे पाँच

रामनाथ कविया

अणव्हैती व्है आज

रामनाथ कविया

पंडव जणिया पाँच

रामनाथ कविया

मुख ऊपर मिठियास

कृपाराम खिड़िया

पढ़बो वेद पुरांण

कृपाराम खिड़िया

गुण सूं तजै न गांस

कृपाराम खिड़िया

बैध्यो मछ जिण बार

रामनाथ कविया

बांधै मूह बजार

रायसिंह सांदू

है तूं बाकी हेक

रामनाथ कविया

पंड मै घणौ पियार,

रायसिंह सांदू

कासूं काज करेह

रायसिंह सांदू

समझणहार सुजांण

कृपाराम खिड़िया