देश पर दूहा

देश और देश-प्रेम कवियों

का प्रिय विषय रहा है। स्वंतत्रता-संग्राम से लेकर देश के स्वतंत्र होने के बाद भी आज तक देश और गणतंत्र को विषय बनाती हुई कविताएँ रचने का सिलसिला जारी है।

दूहा2

शहीद-पचीसी

मदनसिंह राठौड़

व्यंग-बहत्तरी

मनोहर शर्मा