आ तौ गौर किस्या बाई की कहीजै ओ राज
आ तौ कुणसा के मांडी गणगौर
अब जागौ नीं बाईसा रा बीर
आज्यौ गणगौरयां प्यारा पांवणा सा ढोला
आरत्यौ
बधावौ
बाड़ी बाड़ी बड़कूल्यौ
बाड़ी बाड़ी भंवरौ भणकै रै बाई गवरल अे
बड़ला
बादळी
बालो चाल्यो ए
बनी
भंवर म्हानै पूजण दयौ गणगौर
भेरूजी
भोमिया
बोर री हूंस
बुगलौ
चरखौ
चौमासौ
चौथ
छोटी मोटी छांटां ओसरी
छोटी सी तळायी यै पानां फूलां छाई ये
चूंदड़ी
ईडूणी
फळियां री हूंस
फेरा
गाळ
गोगाजी
गै'रौ जी फूल गुलाब रौ
गणगौर
गौरल खोल किंवाड़
घोड़ी
हळदी
हरिया पौदीना
हे जी म्हारी गौरयां ने पाणीड़ौ पाज्यौ जी राज
हींडो ए घलायो
हींडौ
होली आई
ईसर ले चाल्यौ गणगौर
इतळ-पीतळ रो बेड़लौ
जांन आयी ये म्हारी गौर की
जच्चा
जल्ला
जलवा का गीत
जौये चरंता मिरगला
जीरो
झड़ झूमकियौ लड़ लूमकियौ
झीलौ म्हारी चूंदड़ी जी
जूं
जुंवारा