ग़ज़ल5 डोकरी रै सनेसां में हेज रा हबोळा कोरै पाणी रो ओ अेक बिलोणो है गरभ नाळ में पनपै है आ स्रिस्टी सारी मैंदी रा मांडणा अर प्राणां री हथाळी सूरज उगतौ दीसै अर फेरूं आंथतौ दीसै
जेठानंद पंवार श्यामसुंदर भारती उषाकंवर राठौड़ स्वामी खुसाल नाथ शक्तिदान कविया रेवंत दान बारहठ लालदास 'राकेश' मोहन सिंह रतनू