कोरै पाणी रो अेक बिलोणो है

थोथी बातां में तो थूक गिलोणो है

बेमतलब री बैंस नतीजो कै निकळै

तो माथै ऊपर कचरो ढोणो है

राजनीति री चौपड़ में हाथी घोड़ा

मर जावै तो बोलो के रोणो है

जीत्यां पूठै कदर कठै मतदाता री

थांरै खातर तो बो अेक खिलोणो है

अे. सी. रा कमरा है, हीटर चालू है

इब डांफर बाजै तो कांई होणो है

खदबद सीजै खीच, कांकरा नीं सीजै

समझ-समझ में फरक आंतरो झीणो है

लीर-लीर है प्रजातंत्र थांनै कै

थांनै किसड़ो सीणो अर पिरोणो है

कोरै पाणी रो अेक बिलोणो है

थोथी बातां में तो थूक गिलोणो है

स्रोत
  • पोथी : राजस्थली राजस्थानी लोकचेतना री तिमाही ,
  • सिरजक : सुमन बिस्सा ,
  • संपादक : श्याम महर्षि ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी संस्कृति पीठ
जुड़्योड़ा विसै