राजेश कुमार व्यास
राजस्थानी कविता मांय कला रै अरथां में प्रयोग करण वाळा कवि-लेखक। साहित्य अकादमी सूं सम्मानित।
राजस्थानी कविता मांय कला रै अरथां में प्रयोग करण वाळा कवि-लेखक। साहित्य अकादमी सूं सम्मानित।
आंधी हुयोड़ी रात
आंगण कोड मनावै
भोर रो उजास लिखै कविता
बिसूंजै सूरज
चाय पींवती मां
छिंया री कठै गेल
दीठ सूं उपजै नेह
धरती आभो बण जावै
जीवण
जूण जातरा
जळ में
कविता खोलै किंवाड़
किवाड़ खटखटावतो बगत
कियां भागतो काळ
मायड़ भासा
म्हारो प्रणाम!
नादाधींन जगत
निरखूं जग
निसर जावै रेत सा
ओळूं
पित्तर सोवै
राड़ भोभर बणावै
रेतघड़ी
रूंख साख भरै
सबद
सोनार किलो
तर-तर बसै सौरम
उजास री सीरणी