मूंडै सूं नीं

सूण्डी सूं निकळै नाद

पैलीपोत गमक

अर-पछै

लूंठी लयकारी

च्यारूंमेर लखावै उजास

मधरा-मधरा बाजै

अंतर रा तार

सुणीजै-

बैजू अर तानसेन

रच्योङा ध्रुपद

सामीं आवै-

सबद,

सबद रै मांय

बस्योङा सबद

इणगी-उणगी घूमता सुर

चाबी बण जावै

खोलै-

तत्व ज्ञान रो ताळौ

कानां मांय सुणीजै अलाप

नोम..तोम..

साव साच है

‘नादाधींन जगत’।

स्रोत
  • पोथी : बिणजारो 2016 ,
  • सिरजक : राजेश कुमार व्यास ,
  • संपादक : नागराज शर्मा ,
  • प्रकाशक : बिणजारो प्रकाशन पिलानी
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