किशनगढ़ रा शासक, मूल नांव सावंत सिंह। भक्ति-भाव री रचनावां करी।
बाजे मति मति बांसुरी
गांठ गठीले बांस की
मुख मुंदे रहु मुरलिया
पीय लियो पिय मन लियो