Anjas

कृपाराम खिड़िया

आगली पांत रा डिंगल कवियों में खास गिणावणजोग नांव। 'राजिया रा सोरठा' (राजिया नांव रा चाकर ने संबोधित) शीर्षक सूं घण चावै नीतिपरक सम्बोधन काव्य रा सिरजणहार।