दिन में रात स्होवणां सपना गाँव गळी री साख पीपळी होसी पूरी आस भायला मतलब री मनवार आदमी पाणी आडी पाळ खेजड़ी री अब रीत पुराणी कोनी सदा झुकाऊं सीस मावड़ी शुभ दिन री शुरुआत बावऴी सुण मेघां री गाज मोरिया थां पर दारमदार सांवरा