वागड़ी बोली री कवयित्री।
बे बिम्ब
आव रे वरसाद
चाडिए
पीपळो
मावजी नी वाणी
मेबाबा
लगन मंय भुआ
गीत
चाडिए-चुगलियाँ
लोखण्ड़ी सरदार