सूरज मांय बड़ रया है

-चोर

जोर के चालै मां रो

कवि कुरंड बापड़ा

काक भुसंड बापड़ा

भाखा री गळियां मांय

अंड बंड बापड़ा

टूटगी वांरी

-कलम री कोर

सूरज मांय बड़ रया है चोर।

स्रोत
  • पोथी : कारो ,
  • सिरजक : प्रमोद कुमार शर्मा ,
  • प्रकाशक : ज्योति पब्लिकेशन्स, बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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