न कोई म्हारो है
न कोई थारो है
कुण किण नै
कद देवै धोखो
कद आवै मौको
न कोई चारो है
न कोई बिचारो।
वीतराग दांई
कद किण सूं
कोई हुय जावै
अळगो अर
बिसर जावै पिछाण।
राजनीति
मालजादी है
अण मांय न कोई
प्यारो है अर
न कोई बैरी
न ई भरोसो
किणी माथै।
न कोई म्हारो
न कोई थारो
धोखो देवौ
धोखो खावो
ओ ई है
राजनीति रो नारो।