दो पग
दाब्यां जावै है रग-रग
आ ध्वनि-बिहूण गतां रै बिचै सूं
लगोलग
लगोलग
नैड़ी, नैड़ी, नैड़ी आवतोड़ी थूं
पेट री लाय भुगतै मां
म्हैं जीवण री जुगत जोड़ू
औ डील
तर-तर सूंतीजतौ डील
अै हाथ
तर-तर छाती पर आता हाथ
अेक धूप
घांटी
खुद रै'ई बोझ सूं पड़तोड़ी
अै आंख्यां
कठैई सैंचन्नण में चिमकी लेतोड़ी
अेक लखांण
कै अळगै तांईं आगे-लारै मां
अेक लखांण
कै अळगे तांईं अेड़े-छेड़े मां
अेक लखांण
कै अळगै तांईं ऊपर-नीचे मां
अेक लखांण
कै ऊठतां मां
कै पड़तां-आखड़तां मां-मां
थूं दीठाव सूं बेजां बारै ही
म्हैं दीठाव रै बेजां मांय हौ।
मां!
म्है थनै सांभी हूं मां
घणी-घणी वार
किणी ढाळ में सुर री आंट
कै जठै, सै कीं तिसळ्यौ-तिसळ्यौ
मूंडै री उण मरोड़
जिकी रोवण सूं पैली आवै
आंगळी री आंख रै उनमान
जिक पगां ल्यावै।
म्हैं थनै पैरी-ओढी हूं मां
कई-कई बार
जीयां कै सीयाळै टाबर
फूलालैण रै अस्तर आळी गूगी
हाथ-पगां रा मोजा
अंवेरी हूं थनै
जीयां कै टाबरपणै काच रा कंडा
झींटियै री बात
बधरयोड़ी चूड़यां, बिलिया अर पांखां
बस मां
औ कीं पैरणौ-ओढणौ
सांभणौ-अंवेरणौ ई तौ म्हारै सारै हौ
थूं दीठाव सूं बेजां बारै ही
म्हैं दीठाव रे बेजां मांय हौ।
मां!
वो कैड़ौ सपनौ हौ मां
कै जिकौ थनै ढळती रात रा लड़गौ
तद, जद म्हैं गरभ हौ
अेक अटपटाटी रै मांय तै व्हैतोड़ौ
मां!
कीं औड़ौ ई तौ हौ वो सपनौ
कै जिणरौ जिकर
थूं निरा दिन पछै तांईं करती री
सपना कै जिण में
अबखी रिंद-रोहियां लाग्योड़ी लाय
थूं म्हनै ऊंचायां, घींसती भागती जाय
थारौ ओ असपनौ
मां! म्हारौ सांच हौ
थूं दीठाव सूं बेजां बारै री
म्हैं दीठाव रे बेजां मांय हौ।
मां!
स्टैप्टोमाइसिन रा इंजेक्शन
अेकानी मेल दै मां अर भरोसौ राख
कै म्हैं अब सिगरेट नीं पीवूंला
थारा सीवणै री मसीन पर चालता वां पगां री सोगन
जिकां री सोजन
म्हैं सासती
म्हारी पलकां माथै अंगेजती रह्यौ हूं
पण बात वा ई है मां
थूं दीठाव सूं बेजां बारै है
म्हैं दीठावरै बेजां मांय हूं।
थूं पेट री लाय भुगतै
म्हैं जीवण री जुगत जोडूं—
साव वीयां रौ वीयां
थनै च्यारूंर सूं खिंवण नै खपतौ
जीयां कै जलमतां ईं थूं
म्हनै भै अर बिसमै रै बिचै खिंवण नै मिळी
अर म्हैं, म्हारै में
कान, नाक, आंख, जीभ अर चामड़ी री गत लखी।
मां!
थूं दीठाव सूं बेजां बारै ही
म्हैं दीठाव रे बेजां मांय हौ।