फूलां मिस

कुण हसै?

पांखियां मिस कुण गावै है?

हसतो-गातो

कुण जीवण रो

राग सुणावै है?

पवनां रै मिस

भर’र गन्ध

किण री सांस चलै?

सूरज-चंदा

तारां रै मिस

किण घर दीप बळै?

आभै में रम

कुण सतरंगी

रंग बरसावै है?

फलां मिस

कुण हसै?

पांखियां मिस कुण गावै है?

कुण खीजै है

जेठ-महीनै

आसाढ़ां रीझै?

सावण-भादू

नेह-नोर

किणरी चादर भीजै?

कुण फागण में

मुळक माधुरी

रस भर जावै है?

फूलां मिस

कुण हसै?

पांखियां मिस कुण गावै है?

किणरो अलख

अरूप-रूप

मुधरो हंसतौ दीपै?

बळतै मन में

लेप चांनणी

कुण चन्नण लीपै?

रूप-रंग नैं

बदळ-बदळ

पल-पल कुण आवै है?

फूलां मिस

कुण हसै?

पांखियां मिस कुण गावै है!

स्रोत
  • पोथी : सगळां री पीड़ा-मेघ ,
  • सिरजक : नैनमल जैन ,
  • प्रकाशक : कला प्रकासण, जालोर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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