गुलाब री पांखड़ियां

होठां में आयनै

गुळकन्द व्हेगी!

स्रोत
  • पोथी : पगफेरौ ,
  • सिरजक : मणि मधुकर ,
  • प्रकाशक : अकथ प्रकाशन, जयपुर
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