करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

धरती थारी

थूं बीजै है

थूं सींचै है

निपज्योड़ो धन

थारो है

बा सगळी थारी कमज्या

थूं धणियाप जतातो बोल

भल-भल

धूं धणियाप जतातो बोल

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

कुण आया हा

किंया लगाई

मन रै आडी

कुण बांधग्या

दो हाथां नै

थूं बा सांकळ खूंटी खोल

तड़-तड़ सांकळ खूंटी खोल

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

सैराती नै

बरसां तांई

आंख उडीकी

छां छींपण नीं आयौ कोई

छोड़ उडीक

भुजा भरोसै बोल!

जीवट भुजा भरोसै बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

पौ फाटै सूं

सूई सिंझ्या

खेती खड़तो

लूआं पीतो

तकली माथै

सूतो साध्यां

खाट-खटुली

मूंज मांडतो

माटी खूंद

माटी खूंद, खूंदतो बोल

चाक फेरतो

घड़िया घड़तो-घड़तो बोल!

सिस्टी रचतो

परजापत सो बोल!

आडी-तिरछी

लीक मांडतो बोल

गैरी-फीकी गेरू रंगतो बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

ले चिणियोड़ो

लादो-भारो

मगरां छाटी

कदैक माथै

ले खारटियो

सींवां माथै सींव नापतो

सैरां मांड पगलिया बोल!

गांव रा थंभ

थंभै सरसो बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

चूल्है-आंगण

आंख काळजै

खेतां धोरां

आंध्यां लूआं

घणी बाजली

कमज्या सुपना

जीव खायगी

कीं तो करड़ी

आंख देखतो बोल!

ऊभ, नुंवै उणियारा सामै बोल

थारै सिरसा

अे उणियारा

क' ऊभी आड्यां

ओळखतो बोल!

उत्तर पड़तर देतो बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

पूरब री किरतां

भरम कतरगी

फांटीजी पंगतां जुड़गी

मिलग्या मजुरा-करसा

पाड़ां री मोच निकाळी

माटी रा पांणी बोल!

पाटां रै परियां

थूं हबोळा खांतो बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

थूं बूजां री

बूंठ बाळतो बोल!

बळ्या काळजा

ठार ठारतो बोल!

थूं गांवां रा

पगल्या होंतो बोल!

थूं गांवां-सैरां नै

पगल्या देतो बोल!

गण सूं मोटो

गण-गण गुणतो बोल!

करसा बोल!

हाळी बोल!

मजूरा बोल!

स्रोत
  • पोथी : बाथां में भूगोळ ,
  • सिरजक : हरीश भादानी ,
  • प्रकाशक : धरती प्रकाशन
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