दिन तो दिन है
दिन उगतां ईं
आपरै गैलै चाल पड़े है।
ओ कुण री
नीं सुणै-सुणावै
मनस्या ऊगै
मन छिप जावै
पूजै कूण
कूण बिसरावै
कुण दुख पावै
कुण सुख पावै
ईरै कदै नीं आवै
दिन तो भावै है
दिन उगतां ई