हाथां में बाजै हा टरांजीस्टर

बातां में बेदी’र वाडेकर

लोग सौचै हा कै ऊंदरै रै

बिल में ऊंठ समाय

जावै तो घणौ चोखौ।

सगळौ मुलक ‘इस्कौर’ रै

लारै रबड़तौ फिरै

ब्यायण मूंडौ मस्कोड़ै

अर नायण नखरा करै!

पण अेकाअेक दादेरै जांवती दड़ी

नानेरै पूगगी

नै ‘विकेट’ आखड़ी...

गणराज री हांडियां में

दूध पीवती मिन्नी मांवसी

गंडकड़ां री घूरी

जा पड़ी।

स्रोत
  • पोथी : पगफेरौ ,
  • सिरजक : मणि मधुकर ,
  • प्रकाशक : अकथ प्रकासण, जयपुर
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