ऊभा चारूं कूंट

धुंवै रा डूंगर

बोलै सरणाटो!

डरतो ऊगै डरतो बिसूंजै

इकटंगियै बंधियोड़ो

अेकल सूरजड़ो

साखी गूंगो

जद कुण भणै

लोहै रा कागद

बोलै सरणाटो!

हाथ पखारै आंख चुगै

माणक-मोतीड़ा

धोरां रै समदरियै

परवा-पछवा

उतर-उतर फेरै आंध्यांरा झाड़ू

होड़ करै धीरज री सांसां

किंया करै गोफणिया हाका

बोलै सरणाटो!

पगां मंडीजी

डामर री दुनियावां पसरै

मोड़ै-मोड़ै

आंगण ओढी लाज सम्हाळै

फाट्योड़ो थाकेलो

रोटी रो चंदो मामो देखण नै

पथरावै सोनळ सुपना

राज मजूरी राजा करसां रा

रोळा रोळा..!

कुण देखै

कुण सुणै

चूल्है रै सामीं बाजतो चूड़ो

बैठ्या मिनख मठोठ्यां खावै

बोलै सरणाटो!!

स्रोत
  • पोथी : बाथां में भूगोळ ,
  • सिरजक : हरीश भादानी ,
  • प्रकाशक : धरती प्रकाशन
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