थे देखो कोनी
का दीसै कोनी थानै!
बिना भासा रै
गाभा थकां
उघाड़ा-नागा म्हे।
नित कटीजां
मांय रा मांय
दिन-रात चूंटीजां
बट-बटीजै जबान
इण गत रै पाण ई तो
मांड राख्यो है—
मरणो..!
लाओ!
देवो म्हनै म्हारी भासा
भासा है संजीवणी।