पुरवा—
नायण घर-गुवाड़ नूंतै
भाठा भिड़वणां बोलै
बांकड़ै सेनां री बांण बरतै
अकास—बिणज बांणियौ कूंतै
कितरी तापस
कितरी तापस
कितरी छींया
ताकड़ी में काळा-धौळा बाट
चावळां रा दाणां मींया-मींया
मंगसौ मनहीणौ परभात
निजांम रै म्हैलां
ठाडां रै गेलां
झिरमिर बरसै अखूरड़ी री खात
म्हांरै डील में डांफळ बाजै
अणखांवणी दीठ
उसमांन-सागर में संपोळा सैल करै
झिकोळां री सींव मांडै
बांझड़ी हिलोलै हांचळ
कीलियौ खेळां में चड़स ढोळै
बळदां रा कांण-कायदा भांडै
हरजस गावौ रै भाई
गळबै में जेवड़ा घलावौ
बिरमानन्द री गोळियां छाती में खाय
अंटा चित्त जावौ रै भाई
आबिद रै अड्डै सूं
पैली पाळी री बस व्हीर व्है!
कमतरिया रै माथै
किरणां रौ रादरड़ौ धारूं धार चुवै
चिमगादड़ चरी में
अज्जादी री भोळी लरड़ी दुवै।