धरती अब भी घूमै
पैली भी घूमती ही धरती
अर आगै भी घूमसी
जिण दिन थमगी धरती
आपां भी थम जास्यां
कित्तो जरूरी है घूमणो
आवो, आपां घूमां-फिरां
कैया करै –
फिरै जको चरै।