मत चिलकावै ठाठ भायला
मिलणो आखर काठ भायला
उमर गाळदी करताँ-करताँ
सोळा दूनी आठ भायला
जूण गधै की जीवण हाळो
घर पावै ना घाट भायला
होळै-होळै काम बणै सब
चढ़ी उतावळ डाट भायला
कदे न भूलै जो ठोकर स्यूँ
सीखै साँचा पाठ भायला
दानो है तो ध्यान राखजे
लो न खावै काट भायला
झूठ बड़ा झंझट करवा दे
करणी बात सपाट भायला
सगळो ही जीवण दळ देसी
दिन-राताँ रा पाट भायला
डरी टेम स्यूँ धोल टेम रा
खड़ी करा दे खाट भायला
धरमराज रै ताखड़ियै रा
करम बणैला बाट भायला