गोडां तौ आगी बाजरी
कड़ियां तीं आई रे जवार
मरुधर हेलौ मार्यौ रे।
धोळ्यौ, तौ ऊभौ चौक में
गाय रंभावै बाड़ा मांय
पंछीड़ा रम्मत मांडी रे।
बाळूड़ी रेत सुहावणी
डग-डग पगल्या मांड
मायड़ थारी बाट उडीकै रे।
बोर मतीरा गांव गीतड़ा
खेजड़ी ऊभी छींयां ताण
मायड़ हलकारौ सुणलै रे।