गोडां तौ आगी बाजरी

कड़ियां तीं आई रे जवार

मरुधर हेलौ मार्‌यौ रे।

धोळ्यौ, तौ ऊभौ चौक में

गाय रंभावै बाड़ा मांय

पंछीड़ा रम्मत मांडी रे।

बाळूड़ी रेत सुहावणी

डग-डग पगल्या मांड

मायड़ थारी बाट उडीकै रे।

बोर मतीरा गांव गीतड़ा

खेजड़ी ऊभी छींयां ताण

मायड़ हलकारौ सुणलै रे।

स्रोत
  • पोथी : राजस्थानी गीत ,
  • सिरजक : आशा रानी लखोटिया ,
  • प्रकाशक : आशा पब्लिशिंग हाउस
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