बाई चाली सासेरिया में बाजरा रो सिट्टो बसन्त बिरखा को गीत चौमासो आयो रे चिड़कली चून्दड़ी दीवाळी हींडौ होली रो चंग होळी जय-जय राजस्थान कागलौ मरुधर हेलौ मर्यौ रे म्हारौ गांव नींदड़ली पीळौ संदेसो शरद पूनम को चाँद