मरुथळ पर गीत

रेगिस्तान ऐसा शुष्क

भू-दृश्य है, जहाँ उच्च और निम्न तापमान की चरम स्थिति पाई जाती है और वनस्पति विरल होती है। अपनी इस अद्वितीयता के कारण रेगिस्तान विशिष्ट जीवन-शैली और संस्कृति को अवसर देते हैं। प्रस्तुत चयन में भारतीय रेगिस्तान के जीवन, संस्कृति और जीवनानुभवों पर अभिव्यक्त कविताओं का संकलन किया गया है।

गीत12

मुरधर म्हारो देस

कानदान ‘कल्पित’

धोरां आळा देस जाग

मनुज देपावत

क्यूं भूल्या थे आज बावळो

कुलदीप सिंह इण्डाली

गीत धोरा धरती रौ

शक्तिदान कविया

थळवट री झमाळ

शक्तिदान कविया

सोन चिङकली

कालूराम प्रजापति 'कमल'

मरुधर देस

कालूराम प्रजापति 'कमल'

मुरधर वाळां माणसियां

तेजस मुंगेरिया

कळायण

मनुज देपावत

म्हारौ राजस्थान जी

कालूराम प्रजापति 'कमल'

रोहीड़ा अर खेजड़ा

गजानन वर्मा

ग्रीखम रौ गीत

लक्ष्मणदान कविया