जद धरती खीरा उगळै रे
जद हळियो माटी उथळै रे
जद लूवां कानां निकळै रे
जद कण-कण माचै पिरळै रे
थांरी कूण करै रे रिछपाळ?
म्हारो सांवरियो!
जद डांफर बाजै उतरादै
थे धूजो ऊभा चौभाटै
थांरा लीर-लीर गाभा फाटै
जद धण रोंती रात्यां काटै
थांरो कूण बणै रे प्रितपाळ?
नटवर नागरियो!
जद बादळ गरजै घमक-घमक
जद बीज झबूकै झमक-झमक
जद धारां छूटै रमक-झमक
जद चुवै टापरी टपक-टपक
थांरी कूण करै रे रुखवाळ?
म्हारो सांवरियो!
जद बोहरो कुड़की ले आवै
जद अफसर घुड़की दे जावै
जद दोखी खुभती कै जावै
नटवर नागरियो!
जद मांदा भूखा थे बिळखो
जद आंसू आंख्यां थे टळको
जद खड़ा कचैड़्यां थे कळपो
जद करजे दबिया थे सुळगो
थांरी कूण करै रे सम्भाळ?
म्हारो सांवरियो!