छौटी सी तळायीं यै पानां फूलां छाई ये

ज्यामै बाई गौरां न्हायी ये

गौरां बाई न्होवे ली

सुरजमल जी आवैला

झामर झौळा ल्यावैला

बाई गौरां नै पै ‘रावैला

गौरां बाई पैर दिखायी ये

छोटी सी तळायी ये पानां फूलां छाई ये...

छोटा सा तालाब जो हरियाली और पुष्पों से लदा है

उसमें गौरा बाई ने स्नान किया

गौराबाई स्नान करेगी

सूरजमल जी आयेंगे

उसके पहनने के लिए नये वस्त्र लायेंगे

बाई गौरां को पहनायेंगे

गौरां बाई पहन कर दिखाओ

छोटा सा तालाब जो हरियाली और पुष्पों से लदा है

स्रोत
  • पोथी : गणगौर के लोक-गीत ,
  • संपादक : महीपाल सिंह राठौड़ ,
  • प्रकाशक : सुधन प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : 1
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