जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
उठे भोर सुकवार
नागरीदास
Favourite
Share
Share
नीठि
नीठि
उठि
बैठहीं,
उठे
भोर
सुकवार।
आय
संवारत
सहचरी,
भूषन
बसन
सिंगार॥
स्रोत
पोथी
: नागरीदास ग्रंथावली
,
सिरजक
: नागरीदास
,
संपादक
: डॉ. किशोरीलाल गुप्त
,
प्रकाशक
: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी
,
संस्करण
: प्रथम
जुड़्योड़ा विसै
प्रेम
अपणायत
क्रिसण
भगती काव्य