छोड़ मरोड़, छिपा मती धण रो देख हवाल।
वता वता अे वादळी साजन रा सै हाल॥
भावार्थ:- यह मरोड़ छोड़ दे, छिपा मत, देख धन्या का बुरा हाल हो रहा है। बादली, साजन के सब समाचार शीघ्र बता दे।