आदि शब्द ओंकार है, बोलै सब घट मांहीं।

दादू माया विस्तरी, परम तत्त यहु नांहीं॥

स्रोत
  • पोथी : श्री दादू वाणी (शब्द का अंग) ,
  • सिरजक : दादूदयाल ,
  • संपादक : नारायण स्वामी ,
  • प्रकाशक : श्री दादू दयालु महासभा , जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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