चाँदनी पर गीत

चाँदनी चाँद की रोशनी

है जो उसके रूप-अर्थ का विस्तार करती हुई काव्य-अभिव्यक्ति में उतरती रही है।

गीत1

आयो रितुराज

शिव पांडे