क्रिसण पर सोरठा

सोरठा48

सासू मंत्र ज साज

रामनाथ कविया

लेतां तिरिया लाज

रामनाथ कविया

धरती पड़्यो ढिंगास

रामनाथ कविया

कहो पिता हौ कौण

रामनाथ कविया

सुरभी दीनो स्राप

रामनाथ कविया

चित में कीजे चेत

रामनाथ कविया

दुसटां रचियौ दाव

रामनाथ कविया

दोख्यां लाग्यौ दाव

रामनाथ कविया

पंच महा बरवीर

रामनाथ कविया

तन मो तिल तेतोह

रामनाथ कविया

लेवै अबळा लाज

रामनाथ कविया

अब छोगाळा ऊठ

रामनाथ कविया

होसी जग में हास

रामनाथ कविया

लाखा ग्रह री लाय

रामनाथ कविया

लड़कापण प्रहलाद

रामनाथ कविया

रळियौ जळ सुरराज

रामनाथ कविया

तैं अहल्या तारीह

रामनाथ कविया

सासू आरियौ साल

रामनाथ कविया

व्रज राखी ब्रजराज

रामनाथ कविया

रजस्वला नारीह

रामनाथ कविया

जाण किसी अणजाण

रामनाथ कविया

धीगां देवै ध्यान

रामनाथ कविया

लारै भगतां लाज

रामनाथ कविया

देखै भीखम द्रोण

रामनाथ कविया

द्रौपद दक्काळाह

रामनाथ कविया

ओठा दिन आयाह

रामनाथ कविया

द्रौपद हेलौ देह

रामनाथ कविया

पूत सास रे पांच

रामनाथ कविया

होय सभा हमगीर

रामनाथ कविया

सारौ मिलग्यौ साथ

रामनाथ कविया

हारयौ खैंचणहार

रामनाथ कविया

मो मन पड़ियौ मोच

रामनाथ कविया

अबला बाळक एक

रामनाथ कविया

द्रोपत दुखियारीह

रामनाथ कविया

ऐ मिल दुसटी आज

रामनाथ कविया

रटियौ हरि गजराज

रामनाथ कविया

विप्र सुदामा बार

रामनाथ कविया

काजळ माच्यौ कीच

रामनाथ कविया

खींचो खींचणहार

रामनाथ कविया

बहियो गज बारीह

रामनाथ कविया

देवकी’र वसुदेव

रामनाथ कविया

आगै भूप अनेक

रामनाथ कविया

पण राखण आया प्रभू

रामनाथ कविया

मंड्यौ नंदघर मेळ

रामनाथ कविया

पाळ्यो जहर पिवाय

रामनाथ कविया