बाप पर कहाणियां

पारिवारिक इकाई में पिता

एक विशिष्ट भूमिका का निर्वाह करता है और यही कारण है कि जीवन-प्रसंगों की अभिव्यक्ति में वह एक मज़बूत टेक की तरह अपनी उपस्थिति जताता रहता है। यहाँ प्रस्तुत है—पिता विषयक कविताओं का एक विशेष संकलन।

कहाणी3

किस्तूरी मिरग

चेतन स्वामी

कूंपळ

सवाई सिंह शेखावत

बेटी रौ बाप

अन्नाराम ‘सुदामा'