हूंस पर दूहा

हूंस, साहस वह मानसिक

बल या गुण है, जिसके द्वारा मनुष्य यथेष्ट ऊर्जा या साधन के अभाव में भी भारी कार्य कर बैठता है अथवा विपत्तियों या कठिनाइयों का मुक़ाबला करने में सक्षम होता है। इस चयन में साहस को विषय बनाती कविताओं को शामिल किया गया है।

दूहा7

आसोज

रेवतदान चारण कल्पित

दूहा

मनोहर सिंह राठौड़

दोहा : मिनख बडो या धन बडो

राजेंद्र स्वर्णकार

जे म्हैं होती बादळी

बंशीलाल सोलंकी

पैली तारीख लागतां

भागीरथसिंह भाग्य