मुख ऊपर मिठियास, घट मांही खोटा घड़ै।
इसड़ां सूं इकळास, राखीजे नह राजिया॥
जो मनुष्य मुँह पर तो मीठी-मीठी बातें करते है, किन्तु मन-ही-मन हानि पहुँचाने वाली योजनाएँ रचते है, ऐसे लोगो से, हे राजिया! कभी मित्रता नही रखनी चाहिए।