राजस्थानी सबदकोस

राजस्थानी सबदां रो अरथ पिछाणन अर जाणन रै वास्तै राजस्थानी डिक्शनरी में अठै आपणों सबद लिखो अर ई शब्दकोश रै जरिये जुड़ो।

अरट रो राजस्थानी अर्थ

  • शब्दभेद : सं.पु.

शब्दार्थ

  • कुएं से पानी निकालने का मालाकार यंत्र, रहँट
  • डिंगल का एक गीत (छंद) विशेष जिसके विषम पदों में चार चौकल सहित 16 मात्रायें होती हैं किन्तु आदि का चरण अपवाद है जिसमें 18 मात्रायें होती हैं। सम चरणों में दो चौकल और अंत में गुरुलघुसहित 11 मात्रायें होती हैं। इस प्रकार कुल चार या चार से अधिक द्वाले होते हैं। (र.रू.) कविकुलबोध के अनुसार प्रत्येक चरण में चार भगण तथा अंत में गुरु का एक (गीत) छंद विशेष
  • एक प्रकार की बंदूक