Anjas

वीरभाण रतनू

  • जलम: 1688
  • Marwar

'राजरूपक' जेड़ै ऐतिहासिक महत्त्व अर ऊंचे दरजे रा काव्य ग्रंथ रा रचैता। कच्छ-भुज पाठशाला सूं काव्य-शास्त्र री भणाई करियोड़ा। डिंगल अर पिंगल दोन्यू धारावां रा पारंगत कवि।

वीरभाण रतनू री रचनावां

मारवाड़ रा और कवि