देखे हैं सखी मैं आज अवधेस राज हे री बाजत बधाई आज जावां नहीं देसां थांनै कन्हैयो हमें आडो ही बोलै लिख-लिख पतियाँ हारी सखी री मन लाग्यो स्याम बिहारी से मन मतवारे तो सूं कहूँ म्हारे म्हैंला आज्यो मोतीड़ो मंगाय दै ददखीर रो मोय छाँड़ गये सजनवा पिया स्याम सुंदर बिनु हारी रैन गई अब आये नै बिहारी