श्याम गोइन्का जलम: 1937 bikaner हिन्दी अर राजस्थानी मांय लेखन। कमल गोइन्का फाउंडेशन, मुंबई रा मुख्यन्यासी।
आ कैड़ी है कुचाल अेक गोत सै जनम्योड़ा चारो खुल्लै—खाकै चरग्या होळी खेलो रै म्है हेरूं, थूं हेरै नीचै अब गिरावणो लाजमी है नेता गजबी गोळा राम निसरग्यो कांई थारो? सावणियै पून रो झोंको सेजां सिलगै मरवण तरसै ठा नीं सा!