राजस्थानी साहित्य रा सिरमौड़। कई महताऊ ग्रंथां रो संपादन।
आ राजस्थानी भाषा है
इन्द्रवा रा सोरठा (नीति-काव्य)
करुणाकर कीनी कृपा
नीति रा छप्पय
उडतो पछी