राजस्थानी अर हिन्दी मांय लेखन। 'बानगी' रो सम्पादन।
अफसर री जबान है बाबू
ऊगतो सूरज
म्हारा तो अैड़ा ढंग रैया है
रोज मिलै बै यार कठै