दूहा8 आथूणी सभ्यता रै असर रा दूहा गरमी घण खाणो, घण बोलणो, दोन्यूं करै हैरान दूहावली : बदी टाळो काल पर, सद्काम करो तुरंत बुढापै रा दूहा
ताड़केश्वर शर्मा राणुसिंह राजपुरोहित विश्वनाथ शर्मा विमलेश छोटूराम मीणा प्रेम शेखावत पंछी फारूक़ आफरीदी कैलाश मनहर कवियो जोगीदान