कविता7 असैंधा मिनखां री प्रीत जितरी आंख्यां उतरा सपना जियाजूंण री जातरा मून धार नीं बैठूं सांसां रा साच
ताड़केश्वर शर्मा राणुसिंह राजपुरोहित विश्वनाथ शर्मा विमलेश छोटूराम मीणा प्रेम शेखावत पंछी फारूक़ आफरीदी कैलाश मनहर कवियो जोगीदान