बिरमा री पूतळी दिवला रहीजै दमकतौ दोरौ जीवण द्रौपदी हजूर! म्हैं मजूर इंदर आड़ौ छोड़दै! कमठै आळी कांमणी मरु भौम रौ म्हैल परकत रा पूत पत राखै पोतियौ राधा रमणौ छोड दै तळौ: तळियै दिखै न तोय वोटां री उगाही