बालकराम 1613-1693 Dhundhar दादू पंथी संत सुन्दरदास जी (छोटा) रा शिष्य। रचनावां में भक्ति, नीति अर अध्यात्म शिक्षा रै साथै उपदेशां री व्यापकता।
कवित्त4 ईश्वर की सृष्टि जैसे बांझ कामिनी सूं जैसे लांबो जेवरो सूं वेद विधि कहिये ताहि माला इक तुलछी की दूजी माला रुदराक्ष