हे री बाजत बधाई आज।
सेस महेस दिनेस सुरेसन।
मंगल गान सुहाय॥
घर घर सुभग उमंग ही सुरंगवा।
त्रिय पिय के मन भाय॥
भर सुर ताल मंदिलरा बजावत।
नारी नरन सुख छाय॥
तखतराज अवधेस कुँवर कुं।
निरख निरख सुख पाय॥