टाबर रै पग नै
हाल औ बेरौ कोनी
के वौ पग है
वौ उणनै फूंदी
बणा लेवणौ चावै
के सेंव
पण आगै चाल’र
भाटा अर चढायां
जमींरा
ऊबड़ खाबड़ गेला
उणनै आ सीख देवै
के पग उड नीं सकै
नीं डाळ माथै फळीज सकै
टाबर रौ पग हार जावै
जुद्ध में पड़ जावै
जूती में जीवण खातर
सराप लाग जावै